संतमत+मोक्ष-दर्शन का शब्दकोष / घ+च
प्रभु प्रेमियों ! ' संतमत+ मोक्ष - दर्शन का शब्दकोश ' नाम्नी प्रस्तुत लेख में '
मोक्ष - दर्शन ' + 'महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ भावार्थ और टिप्पणी सहित' + 'गीता-सार' + 'संतवाणी सटीक' आदि धर्म ग्रंथों में गद्यात्मक एवं पद्यात्मक वचनों में आये शब्दों के अर्थ लिखे गये हैं . कोष्ठकों में शब्दों के व्याकरणिक परिचय भी देने का प्रयास किया गया है और शब्दों से संबंधित कुछ सूक्तियों का संकलन किया गया है. जो
पूज्यपाद लालदास जी महाराज द्वारा लिखित व संग्रहित है । धर्मप्रेमियों के लिए यह कोष बड़ी ही उपादेय है । आईए इस कोष के बनाने वाले महापुरुष का दर्शन करें.
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लालदास जी और गुरु बाबाबाबा
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एकचित्त - ओर शब्द तक के शब्द और उसके अर्थ
एकचित्त - ओर
घ+च
(घट = शरीर । P07)
{घट - पट = शरीर के अन्दर जीवात्मा पर पड़े हुए आवरण - अंधकार , प्रकाश और शब्द। (P07) P30 }
घटरामायण ( सं ० , पँ ० ) = संत तुलसी साहब हाथरसवाले की एक पुस्तक का नाम ।
घटाकाश ( सं ० , पुं ० ) = घड़े के अन्दर का आकाश ।
घन ( सं ० , पँ ० ) बादल , समूह ।
(घनेरा = बहुत अधिक । P10 )
(घड़ी = २४ मिनट का समय। P11 )
घेरा ( हिं ० , पुं ० ) = सीमा , घेरनेवाली चीज , परिधि , अहाता ।
च
चंचल ( सं ० , वि ० ) = चलायमान , चलता हुआ , जो स्थिर नहीं हो ।
चंचलता ( सं ० , स्त्री ० ) = चंचल होने का भाव ।
(चर = चलनेवाला , जानेवाला । P06 )
चिढ़ ( हिं ० , स्त्री ० ) = चिढ़ने की क्रिया या भाव , किसी की छोटी - मोटी बात पर भी बिगड़ उठना , सहनशीलता का अभाव ।
चित् ( सं ० , वि ० ) = चेतन , ज्ञानमय । ( पुं ० ) ज्ञानमय तत्त्व , चेतन प्रकृति ।
चिदानंदमय - जड़ातीत तक के शब्दों का अर्थ पढ़ने के लिए 👉 यहां दवाएं
प्रभु प्रेमियों ! संतमत की बातें बड़ी गंभीर हैं । सामान्य लोग इसके विचारों को पूरी तरह समझ नहीं पाते । इन पोस्टों में संत , संतमत , संतमत की उपयोगिता , जड़ प्रकृति , चेतन प्रकृति , आदिनाद , सृष्टि - क्रम , सृष्टि के मंडल , जीव , ब्रह्म , ईश्वर , परमेश्वर , ईश्वर की भक्ति , परम मुक्ति , संतमत की साधना - पद्धतियों ( मानस जप , मानस ध्यान , दृष्टियोग तथा शब्द - साधना ) , साधना - पद्धतियों के अभ्यास से उत्पन्न अनुभूतियों , सद्गुरु की महत्ता , यम - नियम , साधकों के आहार-विहार, सत्संग, एकचित्त, एकदेशीय, एकमेक, एकबिंदुता, एकाग्र, ओतप्रोत, ओम्, ओर, आदि से संबंधित बातों पर चर्चा की गई हैं ।
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