LS07 महर्षि मेंहीं-पदावली शब्दार्थ भावार्थ और टिप्पणी सहित || इसमें है ध्यान-योग के रहस्यों का खुलासा
महर्षि मेंहीं-पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित
महर्षि मेंहीं-पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित मूल प्रति एक सटीक पुस्तक है-
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महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ भावार्थ और टिप्पणी मुख्य कबर |
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पदावली का पीडीएफ फाइल श्रीधर बाबा |
यह है "महर्षि मेंही पदावली" का मूल संस्करण जिसमें केवल पद्य-ही-पद्य है यह सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन उपलब्ध है-
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महर्षि मेंहीं पदावली पीडीएफ (ई-बुक) |
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महर्षि मेंहीं पदावली की भजनों की सटीक सूची
- अ
- 5 अव्यक्त अनादि अनन्त अजय अज ।
- 27 अपनि भगतिया सतगुरु साहब।
- ४८ अधर डगर को सद्गुरु भेद बतावै।
- ६० अधः ऊर्ध्व अरु दायें बायें ।
- ९७ अति पावन गुरु मंत्र
- ११७ अन्तर के अन्तिम तह में गुरु हैं ।
- १३३ अद्भुत अन्तर की डगरिया
- १४२ अज अद्वैत पूरन ब्रह्मपर की ।
- आ
- ४९ आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो
- ७२ आओ वीरो मर्द बनो अब
- ११३ आगे माई सतगुरु खोज करहु
- 127, आहो भक्त सार भगति करु हो
- १२८ आहो प्रेमी करु प्रेम प्रभु सए हो
- १२९ आहो ज्ञानी ज्ञान गुनी प्रभु भजु हो
- १३९ आरति तन - मंदिर में कीजै .
- १४० आरति परम पुरुष की कीजै ।
- १४१ आरति अगम अपार पुरुष की
- 00 आरति संग सतगुरु के कीजै ( संत तुलसी साहब )
- ए+ऐ
- ७१ ऐन महल पट बन्द के
- ११६ एकबिन्दुता दुर्बान हो,
- क
- ११२ करिये भाई सतगुरू गुरू पद सेवा,
- १२० क्या सोवत गफलत के मारे।
- ख
- ५१ ( क ) खोंजो पंथी पंथ , तेरे घट भीतरे।
- ५२ ( ख ) खोजो पंथी पंथ , तेरे घट भीतरे।
- ६१ खोज करो अन्तर उजियारी।
- १०१ खोजत खोजत सतगुरु भेटि गेला।
- ग
- १८ गुरू गुरू मैं करौं पुकारा ।
- १९ गुरुदेव दानि तारण ।
- २० गुरु मम सुरत को गगन पर चढ़ाना
- २१ गुरु खोलिये वज़ कपाट ।
- २२ गुरु कीजै भवनिधि पार।
- ५० गुरु के शरण गहु , धन धन गुरु कहु ।
- ६५ गंग जमुन युग धार
- ६६ गंग जमुन सरस्वती संगम पर
- ९१ गुरु गुरु त्राहि गुरु ।
- ९४ गरु नाम गुरु नाम गुरु नाम
- ९५ गुरु धन्य हैं गुरु धन्य हैं ।
- ९६ गुरु दीनदयाला नजर निहाला
- १०६ गुरु सतगुरु सम हित नहिं कोऊ
- १०८ गुरु को सुमिरो मीत ।
- १३६ गुरु हरि चरण में प्रीति हो
- १४४ गुरु जुगती लय घट पट टारौं ।
- घ
- ५५ घट पट तिहू के पार में
- ५६ घट बिच अजब तमाशा
- ५७ घट बीच अजब तमाशा
- ११९ घटवा घोर रे अंधारी
- च
- १०७ चलु लु चलु भाई
- छ
- १२६ छन छन पल पल समय सिरावे
- ज
- ४ जय जय परम प्रचण्ड तेज तम मोह विनाशन ।
- १६ जय जयति सद्गुरु जयति जय जय।
- ७५ जहाँ सूक्ष्म नाद् ध्वनि आज्ञा ।
- ७९ जय जय राम जय जय राम ।
- ८० जय जय राम जय जय रामा कहु राम ।
- १०३ जीव उद्धार का द्वार पुकार कहीं ।
- १२१ जनि लिपटो रे प्यारे जग परदेसवा।
- १३२ जौं निज घट रस चाहो।
- १३५ जीवो ! परम पिता निज चीन्हो
- १३८ जेठ मन को हेठ करिये ।
- त
- ११ तुम साहब रहमान हो
- द
- २४ दया प्रेम सरूप सतगुरु
- १२५ दिन बीतत जावे , आयु खुटावेे।
- ध
- ३३ ध्यानाभ्यास करो सद सदही।
- १३० ध्यान - भजन - हीन लहिहौ न प्रभु धन
- न
- १४ नमामी अमित ज्ञान रूपं कृपालं
- ३४ नैनों के तारे चश्म रोशन
- ४० नैन सों नैनहिं देखिय जैसे
- ४२ नहीं थल नहीं जल
- ५४ निज तन में खोज सज्जन
- ६७ नोकते सफेद सन्मुख
- १२२ नाहिंन करिये जगत सों प्रीती
- १३४ नित प्रति सत्संग कर ले प्यारा।
- प
- ९ प्रेम - भक्ति गुरु दीजिये
- १२ प्रभु अटल अकाम अनाम ।
- ३५ प्रभु अकथ अनामी सब पर स्वामी
- ३६ प्रभु वरणन में आवें नाहीं ।
- ३७ प्रभु अकथ अनाम अनामय।
- ३९ प्रभु तोहि कैसे देखन पाऊँ
- ४५ पाँच नौबत बिरतन्त कहौं।
- ५८ प्रथमहिं धारो गुरु को ध्यान
- १३१ प्रभु मिलने जो पथ धरि जाते
- १४३ प्रेम प्रीति चित चौक लगाये।
- ब
- २६ बार - बार करुं बनती।
- १११ बिना गुरु की कृपा पाये।
- भ
- ३० भजु मन सतगुरु सतगुरु।
- ७० भाई योगह्रदयवृत्तकेन्द्रविन्दु जो चमचम ।
- ७७ भजो सतनाम सतनाम सतनाम ए
- ८३ भजो हो गुरु चरण कमल
- ८४ भजु मन सतगुरु दयाल , काटें जम जाला
- ८५ भजु मन सतगुरु दयाल , गुरु दयाल प्यारे।
- ८६ भजो हो मन गुरु उदार ।
- ८७ भजो भजो गुरु नाम हो प्यारे
- ८८ भजो गुरु नामा , लहु विश्रामा ।
- ८९ भजो साध गुरु साध गुरु साध गुरु ए ।
- ९० भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए
- ९२ भजो भजो गुरुदेव हो भाई।
- म
- ३ मंगल मूरति सतगुरू
- २३ मोहि दे दो भगती दान
- ४१ मेधा मन संग जेते ।
- ७४ मन तुम बसो तीसरो नैना
- १३७ मास आसिन जगत वासिन
- य
- ५३ योगहृदयकेन्द्रविन्दु में युग दृष्टियों को जोड़कर।
- ६८ यहि विधि जैबै भव पार ।
- ७६ योगहृदयवृत्तकेन्द्रविन्दु सुख - सिन्धु की
- ११५ योगहृदय में वास ना
- १२४ यहि मानुष देह समैया में ।
- र
- ८१ रामनाम अमर नाम भजो भाई सोई
- श
- ७ श्री सद्गुरु की सार शिक्षा ।
- स
- १ सब क्षेत्र क्षर अपरा परा पर।
- २ सब सन्तन्ह की बडि बलिहारी .
- 6 सन्तमत - सिद्धान्त ( गद्य )
- ८ सन्तमत की परिभाषा ( गद्य )
- १० सत्यपुरुष की आरति कीजै .
- १३ सर्वेश्वरं सत्य शान्तिं स्वरूप
- १५ सद्गुरु नमो सत्य ज्ञानं स्वरूपं
- १७ सतगुरु सुख के सागर
- २८ सतगुरु दाता सतगुरु दाता
- २९ सतगुरु दरस देन हित आए
- ३१ सतगुरु जी से अरज हमारी
- ३२ सतगुरु साहब की बलिहारी।
- ४४ सन्तमते को बात , कहूँ साधक हित लागी
- ४६ सृष्टि के पाँच हैं केन्द्रन
- ४७ सुनिये सकल जगत के वासी
- ५९ सुखमन झलझल विन्दु झलके
- ६२ सुषमनियाँ में मोरी नजर लागी
- ६३ सुष्मनियाँ में नजरिया थिर होइ
- ६४ सुखमन के झीना नाल से
- ६९ सुरति दरस करन को जाती
- ७३ साँझ भये गुरु सुमिरो भाई।
- ७८ सतनाम सतनाम सतनाम भज
- ८२ सब भव भय भंजन सतगुरू गुरुदेव गुरु ।
- ९९ सत्य ज्ञान दायक गुरु पूरा
- १०० सतगुरु सत परमारथ रूपा
- १०२ सन्तन मत भेद प्रचार किया
- १०४ सतगुरु सतगुरु नितहि पुकारत
- १०५ सतगुरु चरण टहल नित करिये ।
- १०९ सतगुरु सेवत गुरु को सेवत ।
- ११० सतगुरु पद बिनु गुरु भेटत नाहीं
- ११४ सम दम और नियम यम ।
- ११८ सुरत सम्हारो अधर चढाओ
- १२३ समय गया फिरता नहीं
- ह
- २५ हे प्रेमरूपी सतगुरु ३८ है जिसका नहीं रंग नहिं रूप
- क्ष
- ४३ क्षेत्र क्षर अक्षर के पार में ।
- त्र
- ९३ त्राहि गुरु त्राहि गुरु त्राहि गुरु कहुं हो,
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लालदास साहित्य
LS01 . सद्गुरु की सार शिक्षा, LS02 . संतमत - दर्शन, LS03 . संतमत का शब्द - विज्ञान, LS04 . पिण्ड माहिं ब्रह्माण्ड, LS05 . संतवाणी-सुधा सटीक, LS06 . संत-वचनावली सटीक, LS07 . महर्षि मॅहीं - पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी, LS07 . महर्षि मॅहीं - पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी, LS08 . महर्षि मेंहीं की बोध - कथाएँ, LS09 . महर्षि मॅहीं : जीवन और उपदेश, LS10 . महर्षि मेंहीं । जीवन और संदेश, LS11 . संतमत - सत्संग की स्तुति - विनती, LS12 . सरस भजन मालाा, LS13 . प्रभाती भजन, LS14 . छन्द - योजना, LS15. अंगिका शतक भजन माला (मूल), LS15 . अंगिका शतक भजनमाला pdf, LS16 . लोकप्रिय शतक भजनमाला, LS17 . अनमोल वचन, LS18 . महर्षि मेंहीं के प्रिय भजन, LS19 . संत कबीर - भजनावली, LS20 . जीवन - कला, LS21 . अमर वाणी, LS22 . व्यावहारिक शिक्षा ( केवल मूलपाठ ), LS23 . अंगिका भजन - संग्रह, LS24 . स्वागत और विदाई - गान, LS25 . ध्यानाभ्यास कैसे करें, LS26 . स्तुति - प्रार्थना कैसे करें, LS27 . संत - महात्माओं के दोहे, LS28 . महर्षि मेंहीं - गीतांजलि, LS29 . श्रीरामचरितमानस : ज्ञान - प्रसंंग, LS30 . लाल दास की कुण्डलियाँ, LS30s . लाल दास की कुण्डलियाँ भावार्थ और टिप्पणी सहित, LS31 . लाल दास के दोहेे, LS32 . नैतिक शिक्षा, LS33. प्रेरक विचार, LS34 . महकते फूल, LS35 . महर्षि मेंहीं के रोचक संस्मरण, LS36 . गुरुदेव के मधुर संस्मरण और आरती ( अर्थ सहित ), LS37 . संत-महात्माओं की कुुंडलियां, LS38 . धार्मिक शिक्षा , LS39 . जीवन संदेश LS40. अमृतवाणी LS41 . लाल दास के अंगिका - भजन LS42 . मानस की सूक्तियाँ, LS43 . आदर्श बोध - कथाएँ, LS44 . संत - भजनावली सटीक, LS45 . आदर्श शिक्षा, LS46 . बिखरे मोती, LS47 . अनोखी सूक्तियाँ, LS48 . सुभाषित संग्रह, LS49 . संस्कृत की सूक्तियाँ, LS50 . शास्त्र वचन, LS51 . पौराणिक पात्र, LS52 . उपनिषद सार, LS53. नीति सार, , LS54 . गीता-सार, LS55 . मोक्ष-दर्शन का शब्दकोष, LS56 . संसार में कैसे रहें, LS57. शेख सादी की शिक्षाप्रद कथाएँ, LS58 . संतों के अनमोल उपदेश, LS59. भजन-संग्रह अर्थ सहित.
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