Ad

Ad2

LS02 संतमत - दर्शन || ईश्वर- स्वरूप को प्रत्येक दृष्टि से व्याख्यायित करनेवाली सर्व श्रेष्ठ भारती साहित्य

संतमत-दर्शन

     प्रभु प्रेमियों ! संतमत साहित्य सीरीज की पुस्तकों का परिचय कराते हुए हमने आपको  पूज्यपाद लालदास जी महाराज के प्रथम साहित्य 'सद्गुरु की सार शिक्षा' एवं अन्य कई पुस्तकों का परिचय कराया है; आज इस पोस्ट में हम आप लोगों को "संतमत - दर्शन" पुस्तक के बारे में अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।

संतमत-दर्शन पुस्तक परिचय

सन्तमत दर्शन  की महत्वपूर्ण भूमिका

     सद्गुरु सद्ग्रंथ में गुरु गीता से सम्मानित पुस्तक 'महर्षि मेंहीं पदावली' शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित पुस्तक की प्रथम पद्य की व्याख्या की पुस्तक है। इस भजन की ऐसी महिमा है कि अगर कोई व्यक्ति इसके प्रत्येक शब्द को अच्छी तरह समझ जाए, तो उसे मनुष्य का ही शरीर मिलेगा, जब तक कि उसे मुक्ति प्राप्त नहीं हो जाती है। प्रमाण के लिए वीडियो देखें 16 मिनट के बाद। यह Pustak संतमत सत्संग साहित्य का सिरमौर और संत छोटेलाल ( पूज्यपाद लालदास जी महाराज  ) द्वारा विरचित पुस्तकों में ईश्वर-स्वरूप का बोध कराने में सर्वश्रेष्ठ है। "सत्संग ध्यान ऑनलाइन स्टोर" से खरीदा जा सकता है।

संतमत-दर्शन पुस्तक की बिशेषता

     प्रभु प्रेमियों !  हम संतमत सत्संग के अनुयायियों के लिए ' महर्षि मँहीँ - पदावली ' गुरु - गीता है ; क्योंकि इसके पद्य हमारे संत सद्गुरु पूज्यपाद महर्षि मेंहीं परमहंसजी महाराज के अन्तस् में स्फुरित होकर उनके श्रीमुख से निःसृत हुए हैं । 

     परम मोक्ष की प्राप्ति करने की इच्छा रखनेवाले साधक को जितनी ज्ञान संपदा की आवश्यकता हो सकती है , वह सब - की - सब इस पदावली में संचित है । इस दृष्टि से यह पदावली परम मोक्ष के साधकों के लिए बड़ी महत्त्वपूर्ण पुस्तक है । 

     पदावली में जिन विषयों का वर्णन हुआ है , वे इस प्रकार हैं- ईश्वर का स्वरूप , जीव , माया , प्रकृति , सृष्टिक्रम , आदिनाद , संतमत के सिद्धान्त , संतमत की साधना - पद्धतियाँ ( मानस जप , मानस ध्यान , दृष्टियोग तथा शब्दयोग ) , साधना की अनुभूतियाँ , साधना के संयम , गुरु का महत्त्व , सद्गुरु के लक्षण , सद्गुरु के प्रति शिष्य के कर्त्तव्य , संत , सत्संग , सत्संग के प्रकार , विषय भक्ति , भक्ति के प्रकार , ब्रह्मरूप , गुरु - रूप , ध्यानाभ्यास का महत्त्व , सुख की दुःखरूपता , वैराग्य भावना , जीवन तथा जगत् की नश्वरता , जीवन जीने की कला , सांसारिक लोगों की स्वार्थपरता आदि - आदि ।

 ' संतमत - दर्शन ' नाम्नी इस प्रस्तुत पुस्तक में पदावली के प्रथम पद्य ( " सब क्षेत्र क्षर अपरा परा पर , औरु अक्षर पार में । " ) की व्याख्या पदावली के ही विचारों के प्रकाश में करने का प्रयत्न किया गया है । यह पुस्तक निम्न प्रकार से द्वतीय संस्करण में प्रकाशित किया गया है.


LS02 संतमत - दर्शन

LS02 संतमत - दर्शन १

LS02 संतमत - दर्शन२

LS02 संतमत - दर्शन३

LS02 संतमत - दर्शन ४

LS02 संतमत - दर्शन५

LS02 संतमत - दर्शन ६

LS02 संतमत - दर्शन ८

LS02 संतमत - दर्शन ८

LS02 संतमत - दर्शन9

LS02 संतमत - दर्शन १०

LS02 संतमत - दर्शन ११


प्रभु प्रेमियों ! मूल पुस्तक को आप जल्दी खरीद लेंगे है स्टौक सीमित है समाप्त हो गया तो क्या😧😧😧 करेंगे.

चेतावनी


'पिंड माहिं ब्रह्मांड' पुस्तक को अभी खरीदने के लिए

न्यूनतम सहयोग राशि ₹120.00/-   + शिपिंग चार्ज




चेतावनी




इस पुस्तक में निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिषयों पर चर्चा किया गया है, 

बिषय-सूची (काल्पनिक) 


व्याख्या भाग 1 सब क्षेत्र क्षर अपरा परा पर ...) 

    सृष्टि निर्माण कैसे हुआ

ग    प्रकृति की उत्पत्ति कैसे हुई 

घ    सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण के कार्य 

ड.   पंचकोष की अवधारणा का वर्णन


व्याख्या भाग 2 ( सब नाम रूप के पार में...) 

ड. 

व्याख्या भाग 3 ( सूरत निरत के पार में ...) 

ड. 

व्याख्या भाग 4 ( सापेक्षता के पार में...) 

ड. 

व्याख्या भाग 5 ( अद्वय अनामय अमल अति...) 

ड. 

व्याख्या भाग 6 ( पुनि ओम् सोऽहम् पार में...) 

ड. 

व्याख्या भाग 7 ( हैं हिरण्यगर्भहु खर्व जासों...) 

ड. 

व्याख्या भाग 8 ( सतशब्द धरकर चल मिलन...) 

ड. 


चेतावनी




लालदास साहित्य
लालदास साहित्य

LS01 . सद्गुरु की सार शिक्षा,  LS02 . संतमत - दर्शन,  LS03 . संतमत का शब्द - विज्ञान,   LS04 . पिण्ड माहिं ब्रह्माण्ड,  LS05 . संतवाणी-सुधा सटीक,  LS06 . संत-वचनावली सटीक,  LS07 .  महर्षि मॅहीं - पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी,   LS07 .  महर्षि मॅहीं - पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी,   LS08 . महर्षि मेंहीं की बोध - कथाएँ,  LS09 . महर्षि मॅहीं : जीवन और उपदेश,  LS10 . महर्षि मेंहीं । जीवन और संदेश,   LS11 . संतमत - सत्संग की स्तुति - विनती,  LS12 . सरस भजन मालाा,  LS13 . प्रभाती भजन,  LS14 . छन्द - योजना,  LS15. अंगिका शतक भजन माला (मूल),   LS15 . अंगिका शतक भजनमाला  pdf,  LS16 . लोकप्रिय शतक भजनमाला,   LS17 अनमोल वचन,  LS18 . महर्षि मेंहीं के प्रिय भजन,  LS19 . संत कबीर - भजनावली,  LS20 . जीवन - कला,  LS21 . अमर वाणी,  LS22 . व्यावहारिक शिक्षा ( केवल मूलपाठ ),  LS23 . अंगिका भजन - संग्रह,  LS24 . स्वागत और विदाई - गान,   LS25 . ध्यानाभ्यास कैसे करें,   LS26 . स्तुति - प्रार्थना कैसे करें,   LS27 . संत - महात्माओं के दोहे,  LS28 . महर्षि मेंहीं - गीतांजलि,  LS29 . श्रीरामचरितमानस : ज्ञान - प्रसंंग, LS30 . लाल दास की कुण्डलियाँ,  LS30s . लाल दास की कुण्डलियाँ  भावार्थ और टिप्पणी सहित,  LS31 . लाल दास के दोहेे,  LS32 . नैतिक शिक्षा,  LS33. प्रेरक विचार,  LS34 . महकते फूल,   LS35 . महर्षि मेंहीं के रोचक संस्मरण,  LS36 . गुरुदेव के मधुर संस्मरण और आरती ( अर्थ सहित ),  LS37 . संत-महात्माओं की कुुंडलियां,  LS38 . धार्मिक शिक्षा ,   LS39 . जीवन संदेश  LS40. अमृतवाणी  LS41 . लाल दास के अंगिका - भजन  LS42 . मानस की सूक्तियाँ,   LS43 . आदर्श बोध - कथाएँ,   LS44 .  संत - भजनावली सटीक,  LS45 . आदर्श शिक्षा,   LS46 . बिखरे मोती,   LS47 .  अनोखी सूक्तियाँ,   LS48 . सुभाषित संग्रह,  LS49 . संस्कृत की सूक्तियाँ,   LS50 . शास्त्र वचन,  LS51 . पौराणिक पात्र,  LS52 . उपनिषद सार,  LS53. नीति सार,    LS54 . गीता-सार,   LS55 .  मोक्ष-दर्शन का शब्दकोष, LS56 . संसार में कैसे रहें,  LS57. शेख सादी की शिक्षाप्रद कथाएँ,  LS58  . संतों के अनमोल उपदेश,  LS59. भजन-संग्रह अर्थ सहित. 


चेतावनी



   प्रभु प्रेमियों  ! इस पुस्तक के बारे में इतनी अच्छी जानकारी प्राप्त करने के बाद हमें विश्वास है कि आप इस पुस्तक को अवश्य खरीद कर आपने मोक्ष मार्ग के अनेक कठिनाईयों को दूर करने वाला एक सबल सहायक प्राप्त करेंगे. इस बात की जानकारी अपने इष्ट मित्रों को भी दे दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें और आप इस ब्लॉग वेबसाइट को अवश्य सब्सक्राइब करें जिससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना निशुल्क मिलती रहे और आप मोक्ष मार्ग पर होने वाले विभिन्न तरह के परेशानियों को दूर करने में एक और सहायक प्राप्त कर सके. नीचे के वीडियो  में Santmat-Darsan पुस्तक के बारे में और कुछ जानकारी दी गई है . उसे भी अवश्य देख लें. फिर मिलते हैं दूसरे प्रसंग के दूसरे पोस्ट में . जय गुरु महाराज.




प्रभु प्रेमियों ! सद्गुरु महर्षि मेंहीं की सभी पुस्तकें, चित्र, लौकेट, कलम, आसनी एवं सत्संग ध्यान से संबंधित अन्य सभी सामग्री "सत्संग ध्यान स्टोर" पर ऑनलाइन एवं ऑफलाइन उपलब्ध है. उन सामग्रियों को खरीद कर आप मोक्ष-पर्यंत चलने वाले ध्यानाभ्यास कार्यक्रम में सहयोग करने का पुण्य प्राप्त करेंगे इसलिए अभी कुछ-न-कुछ आर्डर अवश्य करें. अपनी आवश्यक सामग्री देखने के लिए      👉 यहां दबाएं।

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए  शर्तों के बारे में जानने के लिए  यहां दवााएं

LS02 संतमत - दर्शन || ईश्वर- स्वरूप को प्रत्येक दृष्टि से व्याख्यायित करनेवाली सर्व श्रेष्ठ भारती साहित्य LS02 संतमत - दर्शन  || ईश्वर- स्वरूप को प्रत्येक दृष्टि से व्याख्यायित करनेवाली सर्व श्रेष्ठ भारती साहित्य Reviewed by सत्संग ध्यान on 10/31/2021 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

सत्संग ध्यान से संबंधित प्रश्न ही पूछा जाए।

Ad

Blogger द्वारा संचालित.