शेख सादी की शिक्षाप्रद कथाएँ
प्रभु प्रेमियों ! 'शेख सादी की शिक्षाप्रद कथाएं' नामक पुस्तक में नैतिक , धार्मिक , व्यावहारिक और मनोवैज्ञानिक शिक्षाएँ बड़ी ठोस , अत्यन्त विचारपूर्ण , अनुभव की कसौटी पर कसी हुई और हृदय को छूनेवाली हैं । ये शिक्षाएँ आस्तिक भाव तथा विवेक जगानेवाली , बुद्धिमान् तथा व्यवहार - कुशल बनानेवाली , सम्मान तथा शान्ति के साथ जीवन जीने की कला बतलानेवाली और सत्कर्म की प्रेरणा देनेवाली तथा साहस बँधानेवाली हैं ।
Aaraam kee keemat ।। सच्ची शांति का आधार क्या है?
प्रभु प्रेमियों ! इस पुस्तक की दूसरी कहानी "आराम की कीमत" में आप जानेंगे कि आराम या सुख शांति मनुष्य को कैसे प्राप्त कर सकता है और उसका महत्व क्या है? इस संबंध में शेख शादी के विचार क्या हैंं? इसके साथ ही आप निम्न बातों पर भी कुछ-न-कुछ जानकारी प्राप्त कर सकते हैं; जैसे कि आराम हराम है, आराम करो, आराम का विलोम शब्द, आराम का हिंदी अर्थ, आराम की स्पेलिंग, आराम करना, विश्व में शांति कैसे आएगी? सच्ची शांति का आधार क्या है? विश्व शांति दिवस क्यों मनाया जाता है? विश्व शांति पाठ का मुख्य उद्देश्य क्या है?शांति क्या है, शांति की परिभाषा क्या है, शांति का अर्थ क्या है, शांति का अर्थ in hindi, शांति पर निबंध सह कहानी, शांति को परिभाषित कीजिए, शांति निर्माण का अर्थ, शांति शिक्षा क्या है, आदि बातें। आइए इन बातों को समझें-
२. आराम की कीमत
कोई एक बादशाह अजम ( एक देश का नाम ) के एक गुलाम के साथ नाव में सवार हुआ । उस गुलाम ने इससे पहले कभी नदी में सफर नहीं किया था । नाव जब चलने लगी , तो वह भयभीत हो गया । वह रोने - चिल्लाने लगा और डर के मारे काँपने लगा ।
बादशाह के मनोविनोद में जब विघ्न पड़ा , तो उसे क्रोध आ गया । लोगों ने गुलाम को चुप कराने की कोशिश की । जब वह किसी तरह चुप न हुआ , तो एक अनुभवी व्यक्ति ने बादशाह से कहा , “ हुजूर ! यदि हुक्म दें , तो मैं इसे शान्त कर दूं । "
बादशाह की आज्ञा पाते ही उसने नौकरों से कहकर गुलाम को नदी में फेंकवा दिया । जब वह पाँच - छह डुबकियाँ खा चुका , तो लोगों ने उसे बालों से पकड़कर नाव में खींच लिया । डरा हुआ गुलाम बेचारा चुपचाप एक कोने में बैठ गया । अब वह बिल्कुल शान्त था ।
बादशाह को इस बात पर आश्चर्य हुआ । उसने पूछा , “ यह कैसे हो गया ? "
बुद्धिमान् मनुष्य ने उत्तर दिया , “ इस गुलाम ने पानी में डूबने की तकलीफ पहले कभी नहीं उठायी थी । इसीलिए यह नाव में सुरक्षित बैठने के आराम को नहीं समझता था । अब इसकी समझ में आ गया । आराम की कीमत वही जानता है , जो मुसीबत में रह चुका हो । "
ऐ इन्सान ! तेरा पेट तो भरा है , इसीलिए तुझे जौ की रोटी अच्छी नहीं लगती ; परन्तु जो चीज तुझे बुरी लगती है , वह मुझे अच्छी लगती हैं।∆
प्रभु प्रेमियों ! शेख सादी की शिक्षाप्रद कथाएँ के उपर्युक्त कहानी से हमलोगों ने जाना कि आराम या सुख शांति मनुष्य को कैसे प्राप्त कर सकता है और उसका महत्व क्या है? आराम हराम है, आराम करो, आराम का विलोम शब्द, आराम का हिंदी अर्थ, आराम की स्पेलिंग, आराम करना, विश्व में शांति कैसे आएगी? सच्ची शांति का आधार क्या है? इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस पोस्ट के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। निम्न वीडियो में उपर्युक्त वचनों का पाठ किया गया है। इसे भी अवश्य देखें, सुनें।
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